Tuesday, May 5, 2009

चल आ...जी ले जिन्दगी!

चल आ...जी ले जिन्दगी!कतरा कतरा टुकडा टुकडा ऐसे ही सही....चल आ...जी ले जिन्दगी!अमृत तो इस पल मै है...इन हवाओं मै घुली इस चांदनी मै है बंद आँखों से तेरी साँसों से महसूस कर ले....आ..जी ले ...जी ले जिन्दगी!तू ही तो है तेरा अपना सुकून ...तेरा अपना जुनून तेरी अपनी मुस्कराहट तू खुद ही तो है...बस पहचान ले खुद को कर ले बन्देगी आ ज़रा जी ले जिन्दगी...जी ले जिन्दगी...!!